PATNA 23 : बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में असवैंधानिक कार्यो को रोकने के लिए बिहार क्रिकेट संघ के पूर्व एवं वर्त्तमान पदाधिकारियों ने कमर कस लिया है। आपको मालूम हो की बिहार क्रिकेट संघ दो गुट(अध्यक्ष एवं सचिव) में बंटा हुआ है और इसकी कहानी शुरू हुई थी पिछले साल हुए 31 जनवरी को आरा में बीसीए की एजीएम से और यह कही न कही बीसीसीआई भी इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की थी पर नतीजा कुछ भी नहीं निकला।
आज बिहार क्रिकेट संघ के सचिव संजय कुमार ,पूर्व सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह ,पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान बीसीए एवं बीसीए अध्यक्ष के सलाहकार गोपाल वोहरा,पूर्व उपाध्यक्ष नवीन जमुआर, पूर्व जिला संघो के प्रतिनिधी ने बीसीए में जो घठित हो रहा है उसको लेकर एक बयान जारी किया है जिसे खेलबिहार आपको विस्तार से उनकी बातो को रखा है।
बिहार क्रिकेट संघ के सचिव संजय कुमार ने कहा है कि " बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सभी सम्मानित सदस्यगण को बताना चाहता हु की आज एक व्यक्ति के हठ और ज़िद ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को इस स्थिति में ला दिया है कि "न जाने कब बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की मान्यता हीं बीसीसीआई से समाप्त हो जाए"
आप सबों ने अपने खून पसीने से बिहार क्रिकेट को सींच कर विपरीत परिस्थितियों में भी बचाए रखने का काम किया है, जिस दर्द को समझ पाना आम लोगों के बस की बात नहीं है।
उन्होंने आगे कहा" आज बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई से को फंड नहीं मिल पाया, आज बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का खाता बंद है और आई जी रजिस्ट्रेशन में आज भी संसोधन की प्रक्रिया लंबित है। यह स्व समीक्षा का विषय है कि राकेश कुमार तिवारी ने आज तक बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के लाभ के लिए क्या - क्या किया है?हम आप सभी सम्मानित सदस्यों से आदर पूर्वक अनुरोध करते हैं कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की अस्मिता को बचाने के लिए एक मंच पर 24 मई 2021की बैठक में शामिल होकर ठोस निर्णय लेने की कृपा करें।
श्री कुमार ने आगे कहा" नैतिक अधिकारी (Ethics officer) के किसी निर्णय का हवाला देकर मेरे बारे में कहने वाले से पूछा जाए कि किस तिथि के निर्णय की बात की जा रही है। 22 अगस्त और 12 दिसंबर 2020 तथा 15 मई 2021 आदि तारीखों में मुझे कभी हटाया जाता है, कभी डिबार किया जाता है।मगर एक जानकारी देना चाहूंगा कि पटना उच्च न्यायालय के निर्णय की अवमानना कर यह सब फरेब किया जा रहा है। जिसके विरुद्ध contempt of court का मामला दायर किया जा चुका है। निर्णय की प्रतीक्षा कीजिए, दूध का दूध और पानी का पानी होगा, असत्य पर सत्य की जीत होगी, फरेबियों को डंड मिलेगा और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन आप सबों के सहयोग से चरमोत्कर्ष को प्राप्त करेगा।
तो ये बाते बीसीए सचिव संजय कुमार ने प्रेस विग्यप्ति जारी कर कहा है तथा इसमें साफ है की 24 मई यानि कल होने वाले एजीएम मीटिंग में सभी सदस्यों को शामिल होकर उचित निणय लेने की बात कही गयी है।
पूर्व सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह ने भी सभी बीसीए के सम्मानित सदस्यों से यही अपील की थी ,इस लिंक पर क्लिक कर पढ़े क्या कहा था रवि शंकर प्रसाद सिंह ने :
बीसीए के पूर्व जिला संघो के प्रतिनिधि प्रवीण कुमार ने कहा "
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सभी सम्मानित सदस्यगण आज जिस चौराहे पे बिहार क्रिकेट खड़ा है उसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी !क्या ये वही बिहार क्रिकेट है जिसे हमलोगो ने 29 सितम्बर को इस नयी कमिटी को सौपी थी जिसमे क्रिकेट को निजीकरण के रास्ते पे लेकर खड़ा कर दिया जहा क्रिकेट को छोर पावर और पैसों का खेल सुरु हो गया !अभी भी समय है इन बहरूपियों से बिहार क्रिकेट को बचाये और कल के होने वाले S G M में शामिल होके जितनी भी असंवैधानिक कार्य हो रहे है उसपे विराम लगाये !
बीसीए पूर्व अध्यक्ष गोपाल बोहरा ने कहा"
आज बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में जो स्थिति उत्पन्न हो गई है, उससे निजात पाने के लिए आप सबों को एक जुट होने की जरूरत है। जिस बिहार क्रिकेट को खून पसीने से सींचा गया, उसे कुछ लोगों के द्वारा असंवैधानिक कार्यों से बर्बाद किया जा रहा है।अतः सभी जिला सदस्यों से अपील है कि आप लोग 24 मई को विडियो कांफ्रेंसिंग से होने वाले विशेष आम सभा में शामिल होकर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को बचाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें, अन्यथा भविष्य में पछताने के अलावा और कुछ नहीं कर पाएंगे।
बीसीए पूर्व उपाध्यक्ष नवीन जमुआर
आपसी मतभेद भुलाकर बिहार क्रिकेट संघ की दिनांक 24 मई, 2021 को होने वाले विशेष आम सभा में सम्मिलित होकर बिहार क्रिकेट संध में हो रहे असवैधानिक कार्य को रोकने का प्रयास किया जा सके |