PATNA 10 जून: कोरोनावायरस जैसे जानलेवा संक्रामक बीमारी की शुरुआत चीन से हुई और संक्रमण इतना तेज रफ्तार से बढ़ा की पूरी दुनिया में यह जानलेवा बीमारी तबाही मचाते हुए वैश्विक महामारी का रूप धारण कर लिया और शायद हीं कोई देश इस जानलेवा संक्रामक बीमारी से अछूता रहा हो।
कोरोनावायरस जैसे वैश्विक महामारी से निपटने और आवश्यक सावधानियां बरतें हुए चेन तोड़ने के लिए लोगों को जागरूक करते हुए छात्र जनता दल यूनाइटेड के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह वरिय छात्र नेता कृष्णा पटेल ने लोगों को आईना दिखाया और कहा कि दुनियां के सबसे संपन्न और स्वास्थ्य के क्षेत्र में तकनीकी रूप से अब्बल दर्जा प्राप्त संयुक्त राष्ट्र अमेरिका को इस जानलेवा संक्रामक बीमारी ने इनकी स्वास्थ व्यवस्था को चरमरा दिया और सर्वाधिक लोगों की मृत्यु इस बिमारी से हुई।
वहीं हमारा भारत देश भी कोविड-19 जैसे वैश्विक महामारी से अछूता नहीं रहा।परंतु समय रहते बरती गई विभिन्न प्रकार की सावधानियां और चरण दर चरण आवश्यकतानुसार की गई देश में संपूर्ण लॉकडाउन ने घोर आबादी वाले देश में इस बीमारी का चैन तोड़कर अधिक फैलने व मृत्यु दर पर अंकुश लगाने में बहुत हद तक कामयाब रही।
लेकिन देश में अनलॉक की अधिसूचना जारी होते हीं हम सभी लोग आवश्यक सावधानियां बरतना छोड़ दिए और इतने लापरवाह हो गए कि कोरोना की दूसरी लहर ने देश में दस्तक देते हुए सर्वाधिक तबाही मचा रही है।
इस दूसरी लहर ने देश में सर्वाधिक तबाही मचा रही है और सबसे अधिक लोगों की मृत्यु हो रही है।
इतने पर भी अगर समस्त देशवासी नहीं संभलेंगे तो " विश्व स्वास्थ्य संगठन " द्वारा किया गया पूर्वानुमान सच साबित होगी और कोविड-19 का तीसरा लहर सबसे अधिक देश के कोहिनूर व कर्णधार नन्हें मुन्ने बच्चें इस जानलेवा बीमारी का शिकार बनेंगे । जिससे देश का नींव पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
आज कई देश के नागरिकों ने कोरोना से बचने के लिए विभिन्न प्रकार की आवश्यक सावधानियां को अपने जीवन शैली में शामिल कर देश को कोरोनावायरस से मुक्त कराने में महत्ती की भूमिका निभाई है ।
जिससे हम सभी देशवासियों को सीख लेते हुए अपने जीवन शैली में इसका अनुकरण करना चाहिए।
मैं देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से यह आग्रह करता हूं कि सार्वजनिक स्थलों पर गुटखा - पान थूकने और बिना मास्क यात्रा करने व घूमनें वालों पर प्रतिबंध लगाए जाने की अधिसूचना जारी कर सख्ती से इसका अनुपालन किए जाने की गुहार लगाता हूं।
विशेषकर मैं बिहार के अतिलोकप्रिय व अद्वितीय माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से यह आग्रह करूंगा कि सर्वप्रथम पूरे बिहार भर में सार्वजनिक स्थलों पर गुटखा- पान, तंबाकू खाकर थूकने और बिना मास्क पहनें यात्रा करने व घूमनें वालों पर प्रतिबंध लगाए जाने की अधिसूचना जारी करने और सख्ती से इसका अनुपालन करने की सिफारिश करता हूं।
क्योंकि अनलॉक होते हीं सभी लोग बेखौफ और लापरवाह देखें जा रहे हैं। स्थिति ऐसी बनी हुई है कि लगभग 70% लोग अभी भी बिना मास्क लगाए यात्रा व घूमते नजर आते हैं और गुटखा- पान खाकर सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वालों की तो एक लंबी कतार है।
जिससे इस प्रकार के गंभीर बीमारी को पुनः विकराल रूप धारण करने की घोर संभावना बनी हुई।
इसीलिए सभी बस अड्डे और रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर गुटखा- पान, तंबाकू आदि खाकर थूकने, बिना मास्क पहने यात्रा करने व घूमनें, 50% से अधिक यात्रियों को बैठाने की सघन जांच अभियान कर नियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करता हूं।
ताकि हमारा बिहार और बिहार की जनता कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां को अपने जीवन शैली में शामिल कर इसका चेन को तोड़कर कोरोना मुक्त बिहार बनाकर देश के सामने एक मिसाल प्रस्तुत करें और समस्त देशवासीयों के लिए बिहार एक आदर्श राज्य के रूप में लोकप्रिय हो।
जिसका अनुकरण कर समस्त देशवासी एकजुट होकर कोरोना मुक्त भारत का निर्माण कर सकें।
क्योंकि बार-बार देश में संपूर्ण लॉकडाउन लागू करना इस बीमारी से लड़ने का कोई सटीक तरीका नहीं है । इससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा दुष्प्रभाव पड़ रहा है।जिसके कारण हमारे देश का विकास दर तथा हमारे राज्य का विकास दर पूरी तरह प्रभावित हो रही है साथ ही साथ इस लॉकडाउन के कारण मध्यम वर्गीय परिवार व निम्न वर्गीय परिवार सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं और इनकी स्थिति बद से बदतर होती जा रही है ।
हालात ऐसे हो गए हैं कि पैसे के अभाव में बच्चें कुपोषण के शिकार भी होने लगे हैं।इसीलिए हम सभी देशवासियों व प्रदेशवासियों को दृढ़ निश्चय के साथ कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए बरती जाने वाली आवश्यक सावधानियों को अपने जीवन शैली में उतारने व दूसरों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
ताकि हमारा देश और प्रदेश कोरोनावायरस जैसे भयावह महामारी से भयमुक्त होकर सभी वर्ग के मानव प्राणी सरल और सहज जीवनयापन कर सकें।