संवादाता रिपोर्ट : कृष्णा पटेल(पटना)
पटना 02 जून : बिहार के जाने-माने सुप्रसिद्ध इंटरवेंशनल डाइजेस्टिव एंडोस्कोपिक डॉक्टर संजीव कुमार ने ट्विटर के माध्यम से अपनी अंतरात्मा को प्रकट करते हुए लिखा है कि आज हालत ऐसी बनी हुई है कि अन्य गंभीर बिमारियों से ग्रसित गैर- कोविड रोगी , कोविड के मरीजों से अधिक पीड़ित हैं।क्योंकि लगभग सभी बड़े अस्पतालों को कोविड के मरीजों के लिए आइसोलेट कर दिया गया है।जिसके कारण अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित गैर - कोविड मरीजों का जीवन एक चुनौती बनी हुई है और उनके परिजनों के सामने कोई दूसरा विकल्प नहीं दिखाई दे रहा है।
आज स्थिति ऐसी बनी हुई है कि गैर- कोविड मरीज और उनके परिजन दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबुर हैं। जहां शायद हीं इलाज के लिए कोई दरवाजा खुला मिल जाए।इसलिए राज्य सरकार को इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाना चाहिए । जिससे गैर - कोविड मरीजों का भी उचित देखभाल संभव हो सके।
एक बात तो स्पष्ट है कि बिहार सरकार के पास जो सीमित संसाधन है और कोरोनावायरस जैसे वैश्विक महामारी के कारण जो भयावह स्थिति उत्पन्न हुई थी।उसके अनुसार जिस प्रकार से राज्य सरकार ने स्थितियों को भांपते हुए सजगतापूर्वक इस भयावह बीमारी को अधिक फैलने से रोकने और कोविड से ग्रस्त मरीजों को इलाज कर स्थिति को नियंत्रण में करने का जो सफलता हासिल की है वो बेहद ही सराहनीय है।
जिसके लिए मैं राज्य सरकार के प्रति कोटि-कोटि आभार प्रकट करते हुए साधुवाद देता हूं।क्योंकि जिस तेज गति से इस भयावह महामारी ने राज्य भर में अपना पैर फैला चुका था उसे नियंत्रण करना कोई आसान काम नहीं था।लेकिन राज्य सरकार ने दृढ़ निश्चय के साथ कार्य करते हुए इस भयावह बीमारी पर धीरे- धीरे अपना शिकंजा कसती हुई नजर आ रही है।
जिसका परिणाम यह है कि अब स्थितियां पहले की अपेक्षा धीरे-धीरे सामान्य में होते नजर आ रही है जो यह राज्य सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है और प्रदेशवासियों के लिए खुशखबरी है।जिससे यह स्पष्ट होता है राज्य सरकार ने यथासंभव जनता के प्रति सच्ची सेवा भावना के साथ कार्य करते हुए उनकी प्राणों की रक्षा की है।
फिर भी मेरा मानना है कि राज्य सरकार को एक बार पुनः आत्म मंथन करने की आवश्यकता है कि जो लोग किसी भी प्रकार की सामान्य या गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज हैं उनकी उचित उपचार व देखभाल के लिए भी एक प्रणाली अपनाया जाए और गैर- कोविड मरीजों के लिए भी कुछ सरकारी, गैर सरकारी व निजी अस्पतालों को भी चिन्हित कर दिया जाए ।
जहां पर अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का संपूर्ण उपचार व उचित देखभाल संभव हो सके ताकि मरीजों व उनके परिजनों के सामने भी जीवन पूरी तरह से सामान्य दिखे।क्योंकि आज गैर - कोविड मरीज इलाज के अभाव में दम तोड़ते देखे जा रहे हैं जो बेहद हीं दर्दनाक बात है।
एक डॉक्टर होने के नाते मेरा कर्तव्य बनता है कि अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का उचित उपचार कर उनकी प्राणों की रक्षा करते हुए निर्मल काया प्रदान करें और देश व प्रदेशवासियों का सेवा करते रहें।इसलिए राज्य सरकार से मेरा आग्रह है कि इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करते हुए आवश्यक दिशा- निर्देश जारी करें।