पटना । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने का पूर्वानुमान किया है। जिसमें सबसे अधिक देश के कोहिनूर नन्हे-मुन्ने बच्चों को कोरोनावायरस प्रभावित करेगा।
जिसको ध्यान में रखते हुए छात्र जनता दल यूनाइटेड के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह वरीय छात्र नेता कृष्णा पटेल ने देश- प्रदेश के सभी छात्र- युवा-नौजवान साथियों सहित समस्त जनताओं से अपील करते हुए कहा है कि हम सभी अपनी अच्छी सूझबूझ से कोरोनावायरस की तीसरी लहर को मात दे सकते हैं।
इसके लिए हम सभी छात्र- युवा नौजवानों को आगे आकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता और एकजुट होकर लोगों की अपनी-अपनी जिम्मेदारी को समझाना होगा और कोविड-19 का टीकाकरण सहित अन्य आवश्यक सावधानियां बरतने पर भी विशेष जोर देना होगा।
मैं देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से यह आग्रह करता हूं कि सार्वजनिक स्थलों पर गुटखा - पान थूकने और बिना मास्क घूमनें व बिना टीका लगवाए यात्रा करने वालों पर प्रतिबंध लगाया जाय। जिसकी अधिसूचना जारी कर सख्ती से इसका अनुपालन करने का गुहार लगाता हूं।
विशेषकर मैं बिहार के अतिलोकप्रिय व अद्वितीय माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से यह आग्रह करूंगा कि सर्वप्रथम पूरे बिहार भर में सार्वजनिक स्थलों पर गुटखा- पान, तंबाकू खाकर थूकने और बिना मास्क पहनें घूमनें व बिना टीका लगवाए यात्रा करने वालों पर प्रतिबंध लगाया जाय।
जिसकी अधिसूचना राज्य सरकार अभिलंब जारी करें और सख्ती से इसका अनुपालन किए जाने की सिफारिश करता हूं।क्योंकि अनलॉक वन होते हीं सभी लोग बेखौफ और टीकाकरण के प्रति लापरवाह देखें जा रहे हैं और ऐसी स्थिति बनी हुई है कि लगभग 70% लोग अभी भी बिना मास्क लगाए यात्रा व घूमते नजर आते हैं और गुटखा- पान खाकर सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वालों की तो एक लंबी कतार है।
जो कहीं ना कहीं ऐसी लापरवाही मानव प्राणियों के लिए घातक है और कोरोना की तीसरी लहर को बढ़ावा देने वाला है।इसीलिए सभी बस, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर गुटखा- पान, तंबाकू आदि खाकर थूकने, बिना मास्क पहने घूमनें व बिना टीका लगवाए यात्रा करने वाले, 50% से अधिक यात्रियों को बैठाने आदि जैसी अन्य लापरवाही के खिलाफ सघन जांच अभियान चलाकर नियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करता हूं।
ताकि हमारा बिहार और बिहार की जनता कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां को अपने जीवन शैली में शामिल कर इसका चेन को तोड़कर कोरोना मुक्त बिहार बनाकर देश के सामने एक मिसाल प्रस्तुत करें और समस्त देशवासीयों के लिए बिहार एक आदर्श राज्य के रूप में लोकप्रिय हो।
जिसका अनुकरण आने वाले समय में समस्त देशवासी करने पर मजबूर हो जाए और एकजुट होकर कोरोना मुक्त भारत का निर्माण कर सकें।
क्योंकि हम सभी इस प्रकार का बदलाव अपने जीवन में नहीं लाएंगे तो यह बीमारी बार-बार तबाही मचाएगी और देश में संपूर्ण लॉकडाउन हर बार लागू करना इस बीमारी से लड़ने का कोई सटीक तरीका नहीं है । इससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
जिसके कारण हमारे देश का विकास दर तथा हमारे राज्य का विकास दर पूरी तरह प्रभावित हो रही है साथ ही साथ इस लॉकडाउन के कारण मध्यम वर्गीय परिवार व निम्न वर्गीय परिवार सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं और इनकी स्थिति बद से बदतर होती जा रही है । हालात ऐसे हो गए हैं कि पैसे के अभाव में बच्चें कुपोषण का शिकार भी होने लगे हैं।
इसीलिए " हम सभी देशवासियों व प्रदेशवासियों को दृढ़ निश्चय के साथ आना होगा एक संग ।
तभी जीत पाएंगे समस्त देशवासी इस कोरोना से जंग " ।।